इन्होंने मुख्य रूप से एक वैज्ञानिक aur विज्ञान के व्यवस्थापक के rup में चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) संभाला व भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य misaile के विकास के प्रयासों में भी शामिल rahe। इन्हें बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के bikas के कार्यों के लिए भारत में ‘मिसाइल मैन’ के रूप में jana जाता है।
इन्होंने 1974 में भारत द्वारा pehle मूल परमाणु परीक्षण के बाद से dusri बार 1998 में भारत के पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, takniki और राजनैतिक भूमिका निभाई।
कलाम सत्तारूढ़ भारतीय janta पार्टी व विपक्षी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस dono के समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए। पांच वर्ष की अवधि की सेवा ke बाद, वह शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के apne नागरिक जीवन में लौट आए। इन्होंने bharat रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त kiye।
You must log in to post a comment.