सामाजिक विज्ञान, विज्ञान ki wo शाखा जिसके अंतर्गत मानव समाज se जुड़े विषय वस्तुओं ka अध्य्यन किया जाता hai। मानव सभ्यता se जुड़े har तथ्य ka अध्य्यन सामाजिक विज्ञान में होता hai। सामाजिक विज्ञान mein अर्थशास्त्र, भूगोल, पुरातत्व, इतिहास, कानून, भाषा विज्ञान, राजनीति, लोक प्रशासन, शिक्षाशास्त्र aur समाजशास्त्र आदि का अध्ययन kiya जाता hai।
सामाजिक विज्ञान (Social Science) ke अंतर्गत समाज ki आवश्यकताओं एवं समाज me हो रहे बदलावों ke अध्ययन kiya जाता हैं। सामाजिक विज्ञान ko कला एवं विज्ञान दोनों रूपों में स्वीकार किया gaya hain, क्योंकि इसमें कौशल ke साथ-साथ वैज्ञानिक पद्यति ka भी प्रयोग किया जाता hain। आधुनिक समय mein किसी bhi राष्ट्र ke सामाजिक परिप्रेक्ष्य के अध्ययन हेतु सामाजिक-विज्ञान ko माध्यम बनाया जाता hain।
सामाजिक अध्ययन ke अंतर्गत विभिन्न विषयों ko सम्मिलित kiya jata हैं, क्योंकि इन समस्त विषयों ( भूगोल,राजनीति-विज्ञान,अर्थशास्त्र, गृहविज्ञान, इतिहास) ko आधार बनाकर hi समाज की स्थिति का वर्णन kiya jata हैं। सामाजिक अध्ययन social science ke अर्थ ko हम सामान्यतः समाज mein मौजूद मनुष्यों एवं पशुओं ke अध्ययन ko मानते hain।
1) विश्वकोश ke अनुसार – “सामाजिक विज्ञान वह विषय है, jo मानव ke विकास से संबंधित हैं और jo मनुष्य ke सामाजिक समूहों के व्यवहारों ka अध्ययन करती hain।”
2) समुदाय आयोग ke अनुसार -“सामाजिक विज्ञान वह हैं jo राष्ट्र ke युवाओं में मूल्यों का विकास karti hai, जिसके द्वारा उनमें नैतिक-मूल्यों ka विकास होता hain।
इन दोनों परिभाषाओं ko ध्यानपूर्वक समझा जाए तो yah कहना सत्य होगा ki सामाजिक-विज्ञान समाज me रहने वाले लोगों ke व्यवहार का अध्ययन hain।
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