Samajshastra ke janak kaun hai
समाजशास्त्र के जनक ऑगस्त कॉम्त का पूरा नाम था इज़िदोर मारी ऑगस्त फ़्रांस्वा हाविए कॉम्त. उनका जन्म दक्षिण पश्चिम फ़्रांस के मॉन्टपैलिए नगर में 1798 में हुआ था. समाजशास्त्र लोगों, समुदायों और समाजों के जीवन का अध्ययन hai
समाजशास्त्र के जनक कौन थे
समाजशास्त्र के जनक ऑगस्त कॉम्त का पूरा नाम था इज़िदोर मारी ऑगस्त फ़्रांस्वा हाविए कॉम्त. उनका जन्म दक्षिण पश्चिम फ़्रांस के मॉन्टपैलिए नगर में 1798 में हुआ था. समाजशास्त्र लोगों, समुदायों और समाजों के जीवन का अध्ययन hai
ऑगस्ट काम्टे को समाजशास्त्र का जनक क्यों कहा जाता है?
सर्वप्रथम इस शब्द का प्रयोग फ्रांसीसी विद्वान ऑगस्त कॉम्ट(Auguste Comte) ने 1838 में किया। इसलिए ऑगस्ट कोम्ट को “समाजशास्त्र का पिता” कहा जाता है। उन्होंने तत्कालीन यूरोप की परिस्थितियों से प्रभावित होकर सामूहिक जीवन तथा उससे संबंधित मौलिक एवं आधारभूत नियमों को समझने हेतु समाजशास्त्र विषय की आवश्यकता को अनुभव kiya
भारतीय समाजशास्त्र के पिता है।
समाजशास्त्र के जनक ऑगस्त कॉम्त का पूरा नाम क्या था. गोपालपुर नमाजगढ़, सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश से सतीश कुमार यादव. समाजशास्त्र के जनक ऑगस्त कॉम्त का पूरा नाम था इज़िदोर मारी ऑगस्त फ़्रांस्वा हाविए कॉम्त. उनका जन्म दक्षिण पश्चिम फ़्रांस के मॉन्टपैलिए नगर में 1798 में हुआ tha
हिंदी भाषा के जनक कौन है?
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जी को आधुनिक हिंदी का जनक कहा जाता है। भारतेन्दु हरिश्चन्द्र को आधुनिक हिन्दी साहित्य का पितामह कहा जाता है। आधुनिक काल में हिन्दी साहित्य का प्रारम्भ भारतेन्दु काल से हुआ। वे भारतीय नव जागरण के अग्रदूत thi
हिंदी गद्य साहित्य के जनक कौन थे?
भारतेंदु हरिश्चंद्र को केवल 34 साल की आयु मिली, लेकिन इतने ही समय में उन्होंने गद्य से लेकर कविता, नाटक और पत्रकारिता तक हिंदी का नक्शा बदलकर रख diya
आधुनिक हिंदी गद्य का जनक किसे माना जाता है
हिन्दी साहित्य में आधुनिक काल का प्रारम्भ ‘भारतेन्दु काल’ से माना जाता है. भारतेन्दु हरिश्चंद्र आधुनिक हिंदी के जन्मदाता और भारतीय नवजागरण के अग्रदूत थे. वह बहुमुखी प्रतिभा से संपन्न साहित्यकार thi
गद्य की प्रमुख विशेषताएं कौन-कौन सी हैं
- कथावस्तु,
- पात्र व चरित्र-चित्रण
- कथोपकथन या संवाद,
- भाषा-शैली,
- देशकाल तथा वातावरण,
- उद्देश्य।
गद्य की प्रमुख विधाएँ कौन-कौन सी हैं
- निबन्ध गद्य की उस रचना को कहते हैं जिसमें लेखक किसी विषय पर अपने विचारों को सीमित सजीव, स्वच्छन्द, सुव्यवस्थित रूप से अभिव्यक्त करता है। …
- कहानी कहानी गद्य साहित्य की सबसे लोकप्रिय मनोरंजक विधा है। …
- उपन्यास …
- एकांकी …
- नाटक …
- जीवनी …
- आत्मकथा …
- रेखाचित्र
हिंदी गद्य साहित्य को कितने भागों में बांटा गया है?
(1) पूर्व भारतेंदु युग(प्राचीन युग): 13 वीं शताब्दी से 1868 ईस्वी तक. (2) भारतेंदु युग(नवजागरण काल): 1868ईस्वी से 1900 ईस्वी तक। (3) द्विवेदी युग: 1900 ईस्वी से 1922 ईस्वी तक. (5) शुक्लोत्तर युग(छायावादोत्तर युग): 1938 ईस्वी से अब tak
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