व्यक्ति को प्राप्त होने वाले विविध अधिकारों में समानता और स्वतंत्रता का महत्वपूर्ण स्थान है। वास्तव में देखा जाय तो समानता स्वतंत्रता को आधार प्रदान करती है। … अंत में हम कह सकते है कि समानता और स्वतंत्रता एक दूसरे के पूरक हैं तथा मानव व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास के दो महत्वपूर्ण अंग हैं।
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